- पूजा में एक से अधिक दीपक जलानेहो तो कभी भी दीपक से दीपक नहीं जलाना चाहिए । जो ऐसा करते है उन्हें अनेक बार परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है । अतः प्रत्येक दीपक माचिस की तीली से ही जलाए ।
- चन्दन को घिस कर कभी भी तांबे के पात्र में नहीं रखना चाहिए ।
- यदि आप शंख की पूजा करते है और उसमे पानी भरना है तो कभी भी डुबाकर नहीं भरना चाहिए । ऐसा करने से पूजा का कार्य सिद्ध नहीं हो पाता है । शंख में आचमनी द्वारा ही जल डाले । संकल्प के लिए जिस ताम्बे या चांदी के चम्मच का उपयोग किया जाता है उसे ही आचमनी कहते है ।
- शंख को पृथ्वी पर नहीं रखना चाहिए । पूजा में अगर शंख की पूजा करते है तो उसे अनाज की ढेरी पर रखना चाहिए ।घर के पूजा स्थान पर रखना हो तो आसन पर स्थान दे । तभी शंख की कृपा प्राप्त होगी ।
- प्रसाद बाँटते समय धयान रखे की प्रसादजमीन पर ना गिरे ।अगर गिरता है तो उसे तुरंत उठा ले और उसे किसी सुरक्षित स्थान पर रख दे । प्रसाद को जूठे हाथ से नहीं बाटना चाहिए और ना ही ग्रहण करना चाहिए । हाथो को धोकर ही प्रसाद बांटे एवं ग्रहण करे ।
- पूजा प्रारम्भ करने के पश्चात चाहे कैसी भी स्थिति हो, कभी भी जोर से नहीं बोले, किसी पर क्रोध करना अथवा अपशब्द कहना पूजा को खंडित कर देता है । हल्दी का ये छोटा सा उपाय करने से कभी घर नहीं आती गरीबी ।
Saturday, December 27, 2014
उपयोगी बाते
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